Monday 2 January 2012


-नया साल -
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आसमान में खिला  सवेरा 
सूरज डाल रहा है डेरा 
नए साल की सुगबुगाहट 
पल-पल  आने की है आहट
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नव पल्लव कोंपल सा आया 
साल नए का नव  दिन आया 
संगत भी है सब अपनों की 
है सौगात साथ सपनो की 
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द्वार -द्वार पर नया सवेरा 
नए चाँद - सूरज का डेरा ....
सुबह सुनहरी किरणे आयीं 
खुशियों भरा उजाला लायीं .
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अभिनन्दन को रहें तैयार 
दस्तक होने वाली द्वार 
संकल्प नए दायित्व नए हैं 
स्वागत को सब उठ गए हैं 
झांझर बाजे और खड़ताल 
लो आ गया नया साल 

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Sunday 1 January 2012

अलविदा ग्यारह /अभिनन्दन बारह 
विदा ग्यारह 
कुछ उदास पल 
डूबता सूर्य 

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अभिनन्दन 
उगते भास्कर का 
बांह पसार