Thursday 4 September 2014

गुरु उत्सव

कदम-कदम पर समय-समय पर अनेक शिक्षकोँ का मार्ग दर्शन ही यहाँ तक ले आया । 
कई लोगोँ का स्थान हमारे मन मेँ विशिष्ट बन जाता है वो हमेशा याद रहते हैँ लेकिन योगदान सबका होता है ।
 प्राइमरी स्कूल से लेकर काँलेज तक की यात्रा रोचक रही , ज्ञानवर्द्धक रही बहुत स्मरणीय रही । 
बहुत से लोगोँ का सहयोग मिला आज नही जानती कौन कैसे हैँ ,कहाँ हैँ ..????
लेकिन अपने सभी शिक्षकोँ की , गुरुजनोँ की,मार्ग दर्शकोँ की ह्रदय से आभारी हूँ , कृतज्ञ हूँ।

जय हो मेरे सभी गुरुजनोँ की 

गुरु उत्सव

कल मोदीजी के भाषण हेतु व्यवस्था और आलोचना के बीच हुआ वाद-विवाद  कल बहुत से आलोचकोँ के बीच शायद फिर वाद-विवाद का वातावरण हो 
लेकिन मैँने सिर्फ मोदीजी को सुनने का निर्णय किया है  
वैसे आज बस मेँ मैने बहुत से बच्चों से पूछा कल जाओगे या छुट्टी ? जायेँगे आँटी ! 
मन से या डर कर ? आँटी मन से जायेँगे  कल 12 बजे जाना है...:)